History of Shivaji in hindi pdf :- नमस्कार दोस्तों India’s Updates पर आपका स्वागत है | आज बात करेंगे History of Maratha Empire in hindi pdf की तथा इसके अंतर्गत हम लोग पढ़ेंगे History of Shivaji in hindi pdf. आज हम लोग जानेंगे शिवाजी ने किस तरह से मराठा साम्राज्य को स्थापित किया ?, उनका राज्याभिषेक तथा उनकी प्रमुख विजयों पर प्रकाश डालेंगे | आप History of Maratha Empire in hindi pdf भी download कर सकते है उसकी लिंक आपको इस पेज के नीचे मिल जाएगी |
History of Shivaji in hindi pdf
मराठा साम्राज्य की स्थापना छ्त्रपति शिवाजी महाराज ने की थी।
छ्त्रपति शिवाजी महाराज का परिचय :
जन्म – 6 अप्रैल 1627 ई.
स्थान – शिवनेर दुर्ग
माता – जीजाबाई
पिता – शाहजी भोसले
भाई – शंभा जी
गुरु – कोंड़ देव , समर्थ गुरु रामदास (आध्यात्मिक गुरु)
विवाह – 1640 मेँ साईंबाई निम्बालकर से
Important points of History of Maratha Empire & Shivaji
• पिता शाहजी ने शिवाजी को अपनी पुना की जागीर दे दी और खुद बीजापुर रियासत में नौकरी करने लगे |
• शिवाजी का प्रारम्भिक सैनिक अभियान बीजापुर के आदिलशाही वंश के खिलाफ था |
• उन्होने सबसे पहले 1643 में बीजापुर का सिंहगढ़ का किला जीता |
• 1646 में उन्होने तोरण का किला जीता |
• 1647 में शिवाजी ने कोंडाना का किला जीता |
• इससे नाराज होकर बीजापुर के सुल्तान ने शाहजी को बंदी बना लिया |
• उसके बाद दबीरपंत के कहने पर किला छोड़ा और शाहजी को मुक्त किया गया |
• 1654 में शिवाजी ने पुरंदर का किला जीता |
• शिवाजी के बढ़े भाई शंभाजी 1654 में पोलीगर के युद्ध में अप्पा खान से लड़ते हुए मारे गए |
• 1656 में शिवाजी ने रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाया |
• 1659 में बीजापुर के सुल्तान ने अफजल खां को शिवाजी को मारने के लिए भेजा |
• शिवाजी ने बहुत चतुराई से 1662 में अफजल खां की ह्त्या कर दी |
• 1660 में औरंगजेब ने अपने मामा शाइस्ता खां को दक्षिण का सूबेदार बनाया तथा शिवाजी को खत्म करने का आदेश दिया |
• अप्रैल 1663 में पूना में शाइस्ता खां के घर पर शिवाजी ने धोखे से रात्रि में हमला किया |
• इस हमले में शाइस्ता खां का अगूंठा कट गया तथा उसका पुत्र फतेह खां मारा गया, जिससे शिवाजी के सम्मान में वृद्धि हुई |
• शिवाजी ने सूरत को दो बार क्रमश : 1664 तथा 1670 में लूटा |
पुरंदर की संधि :
• औरंगजेब ने मार्च 1665 में राजा जयसिंह को दक्षिण का सूबेदार बनाया |
• उन्होने शिवाजी को चारों ओर से घेर लिया जिससे शिवाजी की राजधानी रायगढ़ पर संकट आ गया |
• अत: शिवाजी को 22 जून 1665 ई में पुरंदर की संधि करनी पड़ी |
इस संधि के अनुसार –
1. इस संधि के अंतर्गत शिवाजी को अपने 35 में से 23 किले मुगलों को देने पड़े |
2. तथा शिवाजी अब मुगलों की तरफ से युद्ध में सहायता करेंगे |
3. शिवाजी के पुत्र शंभाजी को मुगल दरबार में 5000 का मनसब व एक जागीर दे दिया गया |
• मई 1666 ई में शिवाजी, मुगल दरबार में उपस्थित हुए वहाँ उन्हे उचित सम्मान नही दिया गया जिससे वह नाराज हो गए अत : उन्हे जयपुर भवन मे कैद कर दिया गया |
• वहाँ से शिवाजी अपने हमशक्ल हीरोजी फर्जन्द की सहायता से टोकरी में बैठ कर भाग निकलें |
• 1674 तक शिवाजी ने दक्षिण में मुगलों की सत्ता को पूरी तरह समाप्त कर दिया |
शिवाजी का राज्याभिषेक :
• 6 जून 1674 ई में रायगढ़ के किले में शिवाजी का राज्याभिषेक काशी के प्रसिद्ध विद्वान गंगाभट्ट या विश्वेश्वर भट्ट के द्वारा किया गया |
• इस अवसर पर उन्होने एक नया संवत चलाया तथा सोने, चाँदी के सिक्के चलाये |
• 17 जून 1674 ई इनकी माता जीजाबाई का देहांत हुआ |
• अत : शिवाजी का दूसरी बार राज्याभिषेक हुआ |
• इस बार इनका राज्याभिषेक तांत्रिक विधि से हुआ, जिसे निश्चल पुरी गोसाई नामक तांत्रिक ने करवाया |
• कर्नाटक अभियान (1676 -78ई) शिवाजी का अंतिम अभियान था इसके अंतर्गत उन्होने येलवर्गा विजय (1677 ई) तथा जिंजी का किला (1678 ई) में जीता |
• जिंजी पर शिवाजी की विजय, इनकी अंतिम विजय थी |
• 1680 में शिवाजी बीमार पड़ गए और 3 अप्रैल 1680 ई में अत्यधिक ज्वर के कारण इनकी मृत्यु हो गयी |
• इनका अंतिम संस्कार इनकी दूसरी पत्नी सोयरा बाई के पुत्र राजा राम ने किया |
• शिवाजी का उत्तराधिकारी शंभाजी (1680 -89ई) हुए, जिनकी ह्त्या औरंगजेब ने करवा दी |
छत्रपति शिवाजी की प्रशासनिक व्यवस्था
- शिवाजी को सलाह देने के लिए 8 मंत्रियों का समूह था, इस मंत्रिमंडल को अष्टप्रधान कहा जाता था |
अष्टप्रधान मंत्रियों की सूची :
1. पेशवा (प्रधानमंत्री),
2. अमात्य (वित्त मंत्री),
3. वाकयानवीस (मंत्री),
4. सुमंत या दबीर (विदेश मंत्री),
5. सचिव या सुर नवीस (पत्र व्यवहार मंत्री),
6. न्यायाधीश
7. पंडित राव (धर्माधिकारी)
8. सेनापति या सरे नौबत (सेना प्रमुख)
• शिवाजी की राजस्व व्यवस्था मलिक अम्बर द्वारा अपनाई गयी रैयतबाड़ी प्रथा पर आधारित थी |
• शिवाजी के समय कुल उपज का 33% भाग राजस्व के रूप में लिया जाता था जो बाद में बढ़ाकर 40% कर दिया था |
• शिवाजी ने भूमिमाप के लिए रस्सी की जगह काठी और मानक छड़ी का प्रयोग करवाया |
• लगान के लिए शिवाजी का राज्य 16 प्रांतो में विभाजित था |
• शिवाजी ने चौथ और सरदेशमुखी नामक कर वसूला |
• चौथ 1/4 भाग था जो मुगल क्षेत्रों की भूमि और पड़ोसी राज्यों से वसूला जाता था |
• सरदेशमुखी राज्यों की आय का 1/10 थी यह देशमुखों का प्रधान होने की बजह से वसूली जाती थी |
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